UP – उत्तर प्रदेश सर्किल रेट लिस्ट 2025: जानिए पूरी जानकारी |
आज हर व्यक्ति का सपना होता है अपना घर या जमीन खरीदना, लेकिन प्रॉपर्टी खरीदते वक्त सबसे ज़रूरी पहलू होता है उसका ‘सर्किल रेट’। यदि आप 2025 में उत्तर प्रदेश में कहीं भी संपत्ति खरीदने या बेचने की सोच रहे हैं, तो आपको सर्किल रेट की सही जानकारी होना ज़रूरी है।

सर्किल रेट न सिर्फ सरकार द्वारा प्रॉपर्टी की न्यूनतम मूल्यांकन कीमत है, बल्कि इसकी वजह से ही आपके घर का भविष्य तय होता है – किस दाम पर स्टांप ड्यूटी लगेगी, कितना खर्च आएगा, सारी गणनाओं की नींव यही रेट हैं।आज हम UPBHULEK.COM की सहायता से सर्किल रेट की जानकारी प्राप्त करेंगे |
सर्किल रेट (Circle Rate) क्या है?
सरकार ने संपत्ति की खरीद-फरोख्त में पारदर्शिता लाने के लिए हर एरिया में न्यूनतम मूल्य तय कर रखा है, जिसे हम सब ‘सर्किल रेट’ (Circle Rate) या गाइडलाइन वैल्यू या एरिया वैल्यू भी कहते हैं। जो सर्किल रेट गवर्मेंट निर्धारित करती है हम इससे कम राशि पर कोई रजिस्ट्री नहीं करा सकते है। इसी रेट के अनुसार स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस का निर्धारण होता है, जिससे सरकार को राजस्व की प्राप्ति होती है और बाजार में कालाबाजारी पर भी रोक लगती है।
2025 में उत्तर प्रदेश में सर्किल रेट में बदलाव
क्या है बदलाव?
2025 में यूपी सरकार ने राजधानी लखनऊ समेत अधिकतर जिलों में सर्किल रेट में 15% से 25% तक बढ़ोतरी की है, जबकि कुछ क्षेत्रों में तो प्रॉपर्टी रेट 40% तक बढ़ गए हैं। सरकार ने यह फैसला क्षेत्र के विकास, बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर और तेज़ी से शहरीकरण के आधार पर लिया है। नई संशोधित रेट्स 1 अगस्त 2025 से लागू हो गई हैं।
कहां कितना रेट?
आपको यहाँ लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर, वाराणसी, मेरठ, आगरा आदि प्रमुख शहरों की कुछ उदाहरण स्वरूप रेट लिस्ट दी गई है (प्रति वर्गमीटर):

CIRCLE रेट के इस बदलाव का सीधा असर
- घर या मकान खरीदना और बेचना खासकर विकसित और तेजी से बढ़ते एरिया में – अब पहले से महंगा हो गया है।
- स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क भी अब पहले से ज्यादा लगेगा।
- यदि आपकी प्रोपर्टी की कीमत सर्किल रेट से कम पर तय होती है, तब भी स्टांप शुल्क सर्किल रेट के हिसाब से ही लिया जाएगा।
- सरकार का रेवेन्यू बढ़ेगा, लेकिन नए खरीदारों पर शुरुआती आर्थिक दबाव महसूस होगा।
- निवेश के लिहाज से भी बेहतर इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतें और बढ़ सकती हैं।
सर्किल रेट कैसे जानें?
- Govt पोर्टल: आप अपने जिले, तहसील और क्षेत्र के अनुसार सर्किल रेट ऑनलाइन चिन्हित कर सकते हैं – Stamp and Registration Department, UP (igrsup.gov.in)
- Offline: ज़िला या तहसील स्तर के सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में जाकर भी जानकारी ले सकते हैं।
- डील फाइनल करते वक्त हमेशा सर्किल रेट देख लें; इससे रजिस्ट्रेशन फीस व स्टांप शुल्क की सही गणना हो सकेगी और सही जानकारी प्राप्त होगी |
जब एक आम नागरिक अपना घर लेने जाता है, तो वह अक्सर बजट, स्थान और सरकारी रेट की उलझन में पड़ जाता है। सर्किल रेट बढ़ना उसके लिए दोहरी मार हो सकती है – एक तरफ संपत्ति महंगी मिलेगी, दूसरी तरफ रजिस्ट्रेशन के नाम पर और भी रकम चुकानी होगी। वहीं, ईमानदार खरीदार-बेचने वाले के लिए पारदर्शिता का गारंटी कार्ड है यह रेट; किसी प्रकार की धोखाधड़ी या टेंशन से बचने का सरल और असरदार तरीका। हां, बढ़ी हुई रेट्स से तुरंत तो खर्च बढ़ेगा, लेकिन लॉन्ग टर्म में इसकी वजह से शहर और क्षेत्र का आर्थिक विकास भी संभव है।
उत्तर प्रदेश सर्किल रेट लिस्ट 2025 का मकसद संपत्ति बाजार को पारदर्शी, ईमानदार और अप-टू-डेट रखना है। अगर आप प्रॉपर्टी में निवेश करने को सोच रहे हैं या घर या मकान बदलने का विचार बना रहे हैं,तो सर्किल रेट देखकर ही आगे कदम उठाएं – यही आपके सपनों के घर का फाउंडेशन है।