Bhulekh UP खसरा/खतौनी की नकल (ऑनलाइन): उत्तर प्रदेश भूलेख 2025
उत्तर प्रदेश राजस्व विभाग ने भूलेख यूपी (upbhulekh.gov.in) नामक एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है, जिसका उद्देश्य राज्य के भूमि रिकॉर्ड को डिजिटल बनाना है और इसे आम जनता के लिए उपलब्ध कराना है।
इस वेबपेज से आप खसरा, खतौनी की नक़ल निकालने और Bhulek UP पोर्टल से जुड़ी सभी जानकारी मिलेगी।
UP भूलेख पोर्टल पर खतौनी की नकल देखें
उत्तर प्रदेश में खतौनी की नकल को देखने के लिए आपको निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
- सबसे पहले UP भूलेख पोर्टल पर जाएँ: https://upbhulekh.gov.in/
- मुख्य पृष्ठ पर “खतौनी (अधिकार अभिलेख) की नकल देखें” पर क्लिक करें।

- अब आपको स्क्रीन पर दिखाई देने वाले कैप्चा को सबमिट करना होगा. फिर, भूमि रिकॉर्ड की जांच करने के लिए जिला, तहसील और गांव/ग्राम का नाम/ग्राम कोड चुने।
- इसके बाद आप गाटा/खसरा नंबर, खाता नंबर या मालिक का नाम दर्ज करके आगे बढ़ सकते हैं। यहाँ आप खातेदार का नाम विकल्प का चयन करें अगर आप खसरा खतौनी नाम अनुसार देखना चाहते हैं।

- अब खाता संख्या को चुनें और विकल्प “उद्धरण देखें” (खाता विवरण देखें) पर क्लिक करें।

इसके बाद, आपको चुने गए गाँव की गाटे संख्या वाली खतौनी दिखाई देगी।
आएये आज भुलेख के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करते है
उत्तर प्रदेश सरकार ने आम जनता को ज़मीन से जुड़े दस्तावेज़ों की जानकारी आसानी से उपलब्ध कराने के लिए एक बहुत ही उपयोगी कदम उठाया है। पहले जहाँ लोगों को अपनी ज़मीन के कागज़ात, खसरा-खतौनी या भूमि रिकॉर्ड की जानकारी पाने के लिए तहसील और लेखपाल के दफ्तर के चक्कर काटने पड़ते थे, वहीं अब यह सुविधा या पोर्टल ऑनलाइन उपलब्ध है। जिसके हेल्प से आप अपने जमींन के बारे आशानी से जानकारी ले सकते है | इसके लिए राजस्व विभाग ने भूलेख यूपी (upbhulekh.gov.in) नाम से एक सरकारी पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के ज़रिए राज्य के सभी ज़िले और गाँव की ज़मीन का पूरा विवरण बहुत आसानी से कुछ ही मिनटों में देखा जा सकता है।
UPBhulek – यूपीभूलेख पोर्टल का उद्देश्य
UPBhulekup पोर्टल का मुख्य उद्देश्य है भूमि रिकॉर्ड को पूरी तरह डिजिटल बनाना ताकि पारदर्शिता बनी रहे और भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सके। पहले ज़मीन से जुड़े झगड़े और विवाद ज़्यादातर कागज़ी दस्तावेज़ों की कमी या ग़लतफहमी के कारण होते थे। लेकिन अब कोई भी व्यक्ति अपनी ज़मीन का विवरण, खसरा नंबर, खतौनी की प्रति और नक्शा ऑनलाइन देख सकता है। इस व्यवस्था से लोगों का समय और मेहनत पैसे दोनों की बचत होती है।
Khasara aur Khatauni – खसरा और खतौनी क्या है?
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खसरा: यह खेत या ज़मीन के टुकड़े की पहचान या आ ई डी संख्या होती है। इसे आप ज़मीन का नंबर कह सकते हैं जिसके आधार पर पता चलता है कि कौन-सी ज़मीन किसकी वक्यती की है।
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खतौनी: खतौनी वह दस्तावेज़ है जिसमें किसी परिवार या किसान के पास कितनी ज़मीन है, और कहाँ पर है और उसकी किसानी या उपयोग की स्थिति क्या है, इसकी पूरी जानकारी दर्ज होती है।
इन दस्तावेज़ों का महत्व इसलिए भी है क्योंकि ज़मीन खरीद-बिक्री, बैंक से लोन लेने और हैसियत प्रमाणपत्र प्राप्त करना आसन होता है ,या किसी सरकारी योजना का लाभ पाने पर खतौनी और खसरे की ज़रूरत पड़ती है।
यूपी भूलेख पोर्टल से मिलने वाली सेवाएँ या सुभिधा
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ऑनलाइन खतौनी देखना और प्रिंट करना – कोई भी व्यक्ति अपना जिला, तहसील और गाँव चुनकर जमीन का विवरण निकाल सकता है।जो बहुत की आसन है |
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खसरा संख्या से भूमि की जानकारी – केवल खसरा नंबर डालने पर ज़मीन की पूरी डिटेल स्क्रीन पर आ जाती है।खसरा सख्या जैसे जमीं की पैन कार्ड है जो हर जमीं के लिए अलग अलग होता है |
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मालिकाना हक की जानकारी – किस ज़मीन का मालिक कौन है और कितनी ज़मीन उसके नाम पर है, यह स्पष्ट दिखाई देता है।असली मालिक का पता लगाना आसन है |
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जमाबंदी नकल – ज़मीन के सभी हिस्सेदारों की सूची का विवरण।जमींन किस वक्यती के नाम पर है इससे आसानी से पता कर सकते हैं.|
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ऑनलाइन मानचित्र – गाँव का नक्शा और उसमें चिन्हित खेतों की लोकेशन देखने की सुविधा।घर बैठे आसानी से अपने जमीं या किसी दुसरे के जमीं का नक्शा देख सकते हैं.|
भूलेख यूपी पर जानकारी कैसे देखें?
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सबसे पहले upbhulekh.gov.in वेबसाइट पर जाएँ।
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“खतौनी (नकल देखें)” वाले विकल्प पर क्लिक करें।
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इसके बाद अपना जिला, तहसील और गाँव चुनें।
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फिर खसरा/गाटा नंबर, नाम या खतौनी संख्या डालकर सर्च करें।
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कुछ ही सेकंड में जमीन का पूरा विवरण स्क्रीन पर दिखाई देगा जिसे आप प्रिंट भी कर सकते हैं।
यूपी भूलेख से लाभ
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किसानों को अपने दस्तावेज़ निकालने के लिए तहसील में भटकना नहीं पड़ता।
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किसी भी स्थान से, 24/7 घंटे ऑनलाइन जानकारी उपलब्ध है।
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ज़मीन से जुड़े विवादों में पारदर्शिता आती है क्योंकि रिकॉर्ड सभी के लिए खुले तौर पर उपलब्ध हैं।कोई भी रिकॉर्ड देख सकता है घर बैठे |
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दलालों और बिचौलियों से राहत मिलती है।जिसे भ्रस्ट्राचार में कमी आयेगी |
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समय और लागत दोनों की बचत होती है।
भुलेख यूपी से जुड़ा दूसरा पोर्टल
इसके अलावा एक और पोर्टल है – UPBhulek.com – जहाँ पर उपयोगकर्ता भूलेख यूपी से संबंधित गाइड और जानकारी पा सकते हैं। इस पोर्टल में विस्तार से बताया गया है कि खसरा-खतौनी की कॉपी कैसे निकाली जाए, ऑनलाइन नक्शा कैसे देखें या ज़मीन का विवरण मोबाइल से कैसे प्राप्त करें।
निष्कर्ष
यूपी भूलेख पोर्टल ने उत्तर प्रदेश में भूमि रिकॉर्ड की दुनिया को बिल्कुल बदल कर रख दिया है। अब ग्रामीण और शहरी, दोनों इलाकों के लोग अपनी ज़मीन की जानकारी कुछ ही मिनटों में घर बैठे ले सकते हैं। यह सुविधा न केवल किसानों के लिए बल्कि आम नागरिकों और भू-खरीदने-बेचने वालों के लिए भी बड़ी राहत है। इससे सरकारी कामकाज में पारदर्शिता आई है और साथ ही लोगों का भरोसा भी बढ़ा है।और जमीं खरीद में धोखाधारी नही होगा |
आप कह सकते हैं कि “भूलेख यूपी” ने भूमि रिकॉर्ड को जनता तक पहुँचाने का तरीका सरल बनाकर उत्तर प्रदेश के लाखों परिवारों के जीवन को आसान बना दिया है।